तीसरे चरण के चुनाव से देखें तो इस बार 43 सीटों पर पुराने दोस्त अब कट्टर दुश्मन की तरह चुनाव मैदान में हैं। यानी 2010 में जब भाजपा और जदयू एक थे तो दोनों ने मिलकर यहां से 43 सीटें निकाली थीं जिनमें से 23 जदयू और 20 भाजपा की थीं। सात सीटें राजद के पास थीं।
Source: LiveHindustan