कीर्ति आजाद ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उसमें आजाद ने कहा, ”मैं किसी का व्यक्तिगत विरोध नहीं कर रहा। मैं करप्शन के खिलाफ हूं।” उन्होंने वीडियो दिखाकर दावा किया कि 14 फर्जी कंपनियों के जरिए करोड़ों का घोटाला किया गया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या हुआ?
– कीर्ति बोले-मैं पीएम नरेंद्र मोदी का बहुत बड़ा फैन हूं। वे करप्शन खत्म करना चाहते हैं। मोदी की भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम का सपोर्ट करता हूं।
– कीर्ति ने विकीलिक्स फॉर इंडिया द्वारा बनाए गए एक वीडियो को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखाया।
– वीडियो में डीडीसीए को लेकर कई स्कैम की बात की गई।
– वीडियो में दावा- कई कंपनियों के नाम पर डीडीसीए में करोड़ों रुपए का करप्शन हुआ।
– जांच में कंपनियों के फर्जी पते पाए गए। इस दौरान 14 कंपनियों के फर्जी होने का दावा किया गया।
– लैपटॉप-प्रिंटर की खरीद-फरोख्त में फर्जीवाड़ा सामने आया। 16900 रुपए एक लैपटॉप का किराया दिया गया।
क्या हैं कीर्ति के आरोप?
– आजाद का कहना है कि DDCA में पिछले 10 साल के दौरान 400 करोड़ रुपए से ज्यादा की हेराफेरी हुई।
– रीजनल डायरेक्टर ए.के. चतुर्वेदी और दिल्ली के कंपनी रजिस्ट्रार डी. बंदोपाध्याय ने इसकी जांच के नाम पर सिर्फ लीपापोती की।
– बंदोपाध्याय कोलकाता में 9 साल तक कंपनी रजिस्ट्रार रहे। उन्हीं के समय में वहां सारदा घोटाला हुआ।
– आजाद के मुताबिक, उन्होंने जेटली को डीडीसीए अफसरों के करप्शन पर 200 से ज्यादा चिट्ठियां लिखीं, लेकिन जेटली ने उनका कोई जवाब नहीं दिया।
– रीजनल डायरेक्टर ए.के. चतुर्वेदी और दिल्ली के कंपनी रजिस्ट्रार डी. बंदोपाध्याय ने इसकी जांच के नाम पर सिर्फ लीपापोती की।
– बंदोपाध्याय कोलकाता में 9 साल तक कंपनी रजिस्ट्रार रहे। उन्हीं के समय में वहां सारदा घोटाला हुआ।
– आजाद के मुताबिक, उन्होंने जेटली को डीडीसीए अफसरों के करप्शन पर 200 से ज्यादा चिट्ठियां लिखीं, लेकिन जेटली ने उनका कोई जवाब नहीं दिया।
-आरोप है कि स्टेडियम कन्स्ट्रक्शन में 24 करोड़ रुपए खर्च होने थे, लेकिन 130 करोड़ रुपए खर्च होने के बाद भी काम पूरा नहीं हो सका।
– अक्टूबर 2012 में कई पूर्व क्रिकेटरों ने भी डीडीसीए में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। बिशन सिंह बेदी, मनिंदर सिंह, सुरिंदर खन्ना, गुरशरण सिंह जैसे पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद के आरोपों के समर्थन में धरने पर भी बैठ चुके हैं।
– अक्टूबर 2012 में कई पूर्व क्रिकेटरों ने भी डीडीसीए में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। बिशन सिंह बेदी, मनिंदर सिंह, सुरिंदर खन्ना, गुरशरण सिंह जैसे पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद के आरोपों के समर्थन में धरने पर भी बैठ चुके हैं।
जेटली के सपोर्ट में आए सहवाग-गंभीर-इशांत
आरोप झेल रहे वित्त मंत्री अरुण जेटली का पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर ने सपोर्ट किया। सहवाग ने रविवार को ट्वीट कर कहा, ”जेटली मुश्किल वक्त में खिलाड़ियों का साथ देते थे। सही खिलाड़ियों का सिलेक्शन होता था।” आप ने जेटली पर घोटाले के साथ ही दिल्ली टीम में खिलाड़ियों के सिलेक्शन पर भी सवाल उठाया था।
Source: Bhaskar.com