पटना. अफगानिस्तान और पाकिस्तान से 10-15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आ रही सर्द उत्तर-पश्चिमी हवाओं ने बिहार को कंपा दिया है। ऐसा पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो रहा है। शुक्रवार सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। शहर के अधिकतम तापमान में सामान्य में 8 डिग्री सेल्सियस गिरावट दर्ज की गई। शहर का अधिकतम तापमान 15.5 व न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
यानी पटना में सीवियर डे कोल्ड की स्थिति रही। ऐसा ही हाल छपरा और फारबिसगंज का भी रहा। मौसम केंद्र के निदेशक आरके गिरि ने कहा- 48 घंटे तक राज्य की अधिकांश जगहों पर ऐसी ही स्थिति रहेगी। धूप निकल सकती है पर ठंड बरकरार रहेगी। अभी ठंड का कारण इस मौसम का पांचवां पश्चिमी विक्षोभ है। इसके पहले इस सीजन में चार पश्चिमी विक्षोभ आ चुके है। जाड़े के मौसम में पांच से छह पश्चिमी विक्षोभ आते हैं। सबका प्रभाव अलग-अलग होता है। 26 या 27 जनवरी को एक और पश्चिमी विक्षोभ आने वाला है। लेकिन, इसका प्रभाव कम पड़गा।
क्या है सीवियर डे कोल्ड
शुक्रवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान में सात डिग्री का अंतर रहा। अधिकतम तापमान में 6.4 डिग्री से अधिक गिरावट दर्ज की गई। इसे सीवियर कोल्ड डे कहते हैं। अगर अधिकतम तापमान में 6.4 डिग्री सेल्सियस से कम की कमी हुई और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से कम रहता है, तो इस स्थिति को डे कोल्ड कहते हैं।
पश्चिमी विक्षोभ क्या है
कैस्पियन और ब्लैक सी में जब तापमान अधिक होता है, तो वाष्पन के कारण एक साइक्लोनिक सिस्टम डेवलप होता है। अगर यह 10 से 12 दिन तक रह जाता है तो इराक, अफगानिस्तान और फिर पाकिस्तान होते हुए भारत में प्रवेश करता है। इसकी लंबाई और चौड़ाई प्रभाव के मुताबिक होती है। भारत में आने के बाद यह जम्मू- कश्मीर, हिमाचल, पंजाब, दिल्ली और उत्तर प्रदेश होते हुए बिहार में आता है। लेकिन हर बार इसका प्रभाव अलग-अलग होता है। इस बार लगभग एक हजार किमी लंबी और दो सौ किमी चौड़ी पश्चिमी हवाएं पश्चिमी विक्षोभ के रूप में चल रही हैं।
Source:Bhaskar.com