पूर्णिया. सहायक खजांची हाट थाना क्षेत्र के मिथिला ऑटो परिसर में स्थित श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस के दफ्तर में लॉकर से शनिवार की रात चोरों ने लगभग 20 लाख रुपए नगद समेत लाखों रुपए मूल्य के जेवर चुरा ले गए। पुलिस इस मामले में कंपनी के दो गार्डों को लेकर पूछताछ कर रही है। हालांकि पुलिस चोरी की इस घटना को प्रथमदृष्टया संदिग्ध भी मान रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, माना जा रहा है कि चोरी के नाम पर इंश्योरेंस क्लेम करना और कंपनी में हुए किसी गबन पर पर्दा डालने का प्रयास है।
रविवार को दफ्तर खुलने पर हुआ खुलासा
जानकारी के अनुसार शनिवार की शाम 6.30 बजे श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस दफ्तर बंद हुआ था। बिजनेस प्रमोशन की मीटिंग को लेकर रविवार को दिन में लगभग 11.30 बजे ब्रांच टीम लीडर हर्ष बनर्जी दफ्तर पहुंचे। दफ्तर के बीचो बीच टूटा हुआ लॉकर देखकर हर्ष बनर्जी ने अपने सहयोगियों और स्थानीय सहायक खजांची थाने की पुलिस को सूचना दी। बताया जा रहा है कि, शनिवार की रात चोर फाइनेंस कंपनी के दफ्तर में खिड़की का ग्रिल तोड़कर घुसे थे।
चोरों ने पहले सर्वर रूम का दरवाजा तोड़कर सीसीटीवी का मदर बोर्ड निकाला फिर इत्मीनान से रिकवरी रूम में रखे लॉकर को बाहर निकाला। रिकवरी रूम से लॉकर को बाहर निकालने के बाद आरी से लॉक काटकर चोरी की घटना को अंजाम दिया गया। ब्रांच टीम लीडर हर्ष बनर्जी के अनुसार चोर लॉकर में रखे 55 पैकेट गोल्ड और 19 लाख 63 हजारी 318 रुपये कैश निकाल ले गए। उन्होंने कहा कि रविवार को दफ्तर बंद होने के वजह से गोल्ड की सही मात्रा अभी बताना संभव नहीं है, मगर अनुमान है कि यह एक करोड़ से ऊपर का ही होगा।
– शनिवार की रात खिड़की का ग्रिल तोड़कर कंपनी के अंदर घुसे थे चोर।
– चोरों ने सबसे पहले सीसीटीवी का मदरबोर्ड निकाला जिससे वे कैमरे में कैद न हों।
– रिकवरी रूम से लॉकर निकाला और उसे आरी से काटकर वारदात को दिया अंजाम।
– कंपनी के अनुसार 19 लाख 63 हजारी 318 रुपये नगद की हुई चोरी।
– चोर लॉकर में रखे 55 पैकेट सोना भी ले गए। जिसकी कीमत एक करोड़ से ज्यादा होगी।
– पुलिस दो गार्ड व चपरासी को हिरासत में ले कर रही पूछताछ, चोरी को मान रही संदिग्ध।
मामला संदिग्ध लग रहा – पुलिस
सूचना पाकर पहुंची सहायक थाना की पुलिस ने कंपनी के दोनों गार्ड और एक चपरासी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। सदर एसडीपीओ राजकुमार साह ने कहा कि, पुलिस तमाम बिन्दुओं पर जांच कर रही है लेकिन प्रथमदृष्टया यह मामला इंश्योरेंस और गबन से संबंधित लग रहा है।
Source :Bhaskar.com