पटना. खून की कमी से किसी की जान नहीं जाए। सरकारी ब्लड बैंक में खून की कमी न हो। लोग स्वेच्छा रक्तदान करने आएं। इसके लिए आॅपरेशन जिंदगी कार्यक्रम राजधानी में शुरू होगा। इसके तहत हर सप्ताह ब्लड बैंक में स्वेच्छा से रक्तदान शिविर लगेगा। पहले लोगों को रक्तदान के लिए जागरूक किया जाएगा।
गुरुवार को इसके लिए डीएम संजय कुमार अग्रवाल ने पटना के सभी सरकारी ब्लड बैंक के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। निर्देश भी दिए। पटना जिले के सिविल सर्जन डॉ. जीएस सिंह ने बताया कि फरवरी के पहले हफ्ते से आॅपरेशन जिंदगी की शुरुआत होगी। उन्होंने बताया कि अब भी खून और उसके कंपोनेंट की कमी है। डॉ. सिंह ने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए व्हाट्स अप और फेसबुक का भी मदद लिया जाएगा। देखा जाता है कि अपने नजदीकी परिचित को भी जरूरत पड़ने पर लोग खून देने हिचकते हैं।
वैज्ञानिक तौर पर यह साबित हो चुका है कि नियमित तौर पर रक्तदान करने वाले स्वस्थ रहते हैं। उन्हें दिल की बीमारी लगने की संभावना कम रहती है। नए सेल का निर्माण होता है। 18 की उम्र के बाद हर स्वस्थ व्यक्ति तीन महीने के अंतराल पर रक्तदान कर सकता है।
सिविल सर्जन ने कहा कि डीएम ने लाइसेंसी प्राइवेट ब्लड बैंकों से हिसाब लेने के लिए ड्रग इंस्पेक्टर को निर्देश दिया है। जिससे पता चल सके कि उनके पास कितना खून आता है और कितना खून कहां सप्लाई करते हैं। पीएमसीएच के ब्लड बैंक के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. उपेंद्र प्रसाद कहते हैं- स्वेच्छा से बहुत कम ही लोग रक्तदान करने के लिए आते हैं।
Source:Bhaskar.com