पूर्णिया. केला किसानों के लिए वरदान साबित हो सकता है। अभी पूर्णिया समेत आसपास के इलाके के लोग केले की खेती कर रहे हैं और इससे मुनाफा भी कमा रहे हैं। लेकिन यदि किसान इस फल की खेती को वैज्ञानिकों द्वारा बताए गए तरीके से करें तो यह और भी फायदेमंद हो सकता है।
वैज्ञानिक का मानना है कि केले की खेती से किसान काफी मुनाफा कमा सकते हैं। लोगों के लिए भी ये फल काफी फायदेमंद है। केला के 100 ग्राम गुद्दा में 150 कैलोरी ऊर्जा प्राप्त होती है।आम के बाद केला दूसरा सबसे प्रसिद्ध फल है। देश के हर हिस्से में इसका बाजार है।
ऐसे करें केले की खेती
– केला लगाने का उपयुक्त समय जून महीने के अंतिम सप्ताह से लेकर जुलाई महीने तक माना जाता है।
– किसान चाहें तो अगस्त में भी इसे लगा सकते हैं।
– इस बात का ख्याल रहे कि 35 डिग्री से अधिक तापमान न हो।
– केला लगाने से पहले खेत की दो-तीन जोताई जरूरी है।
– पौधे से पौधे की दूरी लंबे किस्म के 2.5 मीटर होनी चाहिए, जबकि बौनी किस्म के लिए 1.5 मीटर।
– केले की खेती के ये इसकी तैयारी कम से कम एक साल पहले होनी चाहिए।
– मई के महीने में गड्ढा खोद कर एक महीना छोड़ दें।
– उसके बाद जून में कोड़ी गई मिट्टी में 10 किलो गोबर, एक किलो अंडी की खल्ली मिला कर गड्ढा भर दें। इसी गड्ढे में एक या दो साल के बाद पौधा लगाए।
केले की खेती में नहीं होता नुकसान
बीकोठी प्रखंड के लाठी गांव के किसान मनोज मंडल कहते हैं कि वह 10 साल से लगातार 9 बीघा खेत में केले की खेती कर रहे हैं। इसमें खूब फायदा होता है, लेकिन इस साल बारिश, आंधी और चुनाव के कारण बाहर से ट्रांसपोर्टेशन नहीं होने के कारण किसानों को परेशानी हुई है। लाठी गांव के ही नंदू बाबू कहते हैं कि वह केला छोड़ कर कोई दूसरी खेती करते ही नहीं हैं। पिछले 20 साल से केले की खेती कर रहे हैं। कभी इसमें नुकसान नहीं हुआ है। भटोतर के खगेश सिंह कहते हैं कि सिंगापुरी केला लगाते हैं और हमेशा मुनाफा लेते हैं। मुरारी सिंह कहते हैं कि डेढ़ बीघे में केला लगाए थे। पहले कभी नुकसान नहीं हुआ लेकिन इस साल चुनाव के कारण ट्रक नहीं मिला इस लिए थोड़ा नुकसान हो गया।
एक हेक्टेयर में एक लाख तक का होता है फायदा
कृषि वैज्ञानिक सुनील कुमार झा का कहना है कि अगर किसान कृषि वैज्ञानिक के निर्देश पर केला लगाए तो उनको बहुत फायदा हो सकता है। खास कर बौनी किस्म के केले से किसान बहुत फायदा ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि बौनी किस्म से एक हेक्टेयर में एक लाख तक का शुद्ध मुनाफा हो सकता है। झा ने बताया कि सबसे ज्यादा जरूरी है कि किसान मिट्टी की जांच जरूर कराएं।
Source: Bhaskar.com