बिहारवासियों के लिए दीघा रेल पुल वरदान साबित होगा। बुधवार से ट्रेनों का संचालन शुरू होने के बाद यह वैकल्पिक रास्ता बिहारवासियों के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार का नया अवसर सृजित करेगा। साथ ही गांधी सेतु पर वाहनों का दबाव कम होगा। गंगा के दोनों छोरों पर बसे शहरों, गावों के लिए आवागमन का नया मार्ग भी खुलेगा।
समय व पैसे की होगी बचत: रेल रूट शुरू होने से समय व पैसे की बचत होगी। मुजफ्फरपुर से पटना का बस किराया जहां 75 रुपए है, वहीं ट्रेन से मात्र 25 रुपए में यह दूरी तय की जा सकेगी। हाजीपुर आने-जाने में भी 20 की जगह 10 रुपए, छपरा के लिए 75 की जगह 20 रुपए ही खर्च करने पड़ेंगे। सीवान व गोपालगंज जैसे शहर से आना-जाना आसान हो जाएगा।
छात्रों को सबसे ज्यादा लाभ: हाजीपुर के हजारों छात्र गांधी सेतु पर लगने वाले जाम के कारण मजबूरी में राजधानी में किराए पर कमरा लेकर पढ़ाई करते हैं। इसमें औसतन तीन हजार रुपए महीने का खर्च आता है। दीघा पुल के कारण हाजीपुर से पटना की कनेक्टिविटी आसान हो जाएगी, जिसके बाद ऐसे छात्र रोज हाजीपुर से पटना आ-जा सकेंगे।
वहीं, व्यापारियों को प्रदेश के दूसरे हिस्से से माल पहुंचाने व लाने का भी एक नया मार्ग होगा। गांधी सेतु पर जाम के जंजाल के कारण राजधानी के व्यापारियों का व्यवसाय प्रभावित हो रहा था।
Source: LiveHindustan