भूमि विवाद के मामले में वादी के पक्ष में फैसला देने के लिए रिश्वत लेते हुए निगरानी की टीम ने शुक्रवार सुबह दलसिंहसराय के डीसीएलआर हरिशंकर कुशवाहा को उन्हीं के चैम्बर से धर दबोचा। वे दस हजार रुपये ले रहे थे।
जानकारी के अनुसार डीसीएलआर की कोर्ट में 17/2015 भूमि विवाद का एक केस चल रहा था। कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई थी। रामपुर जलालपुर के अमरनाथ चौधरी इस केस में वादी थे।
डीसीएलआर हरिशंकर कुशवाहा ने उनके पक्ष में फैसला देने के लिए दस हजार की मांग की थी। अमरनाथ ने इसकी शिकायत विजिलेंस से की। इसके बाद विजिलेंस के डीएसपी टीटी यादव, इंस्पेक्टर महेंद्र प्रसाद, रंजन कुमार, विजय कुमार, महमूद जावेद समेत बारह सदस्यीय टीम ने योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई की। शुक्रवार सुबह अमरनाथ चौधरी ने डीसीएलआर को उनके चैंबर में जैसे ही दस हजार रुपये दिए निगरानी टीम ने रंगे हाथ पकड़ लिया। टीम उन्हें पटना ले गई। हरिशंकर कुशवाहा कटिहार के बताये जा रहे हैं। यहां से पहले वे पटना नगर निगम में पोस्टेड थे। चुनाव से पहले यहाँ पोस्टिंग हुई थी। निगरानी की टीम ने गुरुवार को ही विभूतिपुर के दरोगा दिनेश सिंह को पकड़ा था। लगातार हुई कार्रवाई से सरकारी महकमों में हड़कंप है।
Source:Livehindustan