गया. जिले के परैया थाना अंतर्गत मंझियावां गांव में संचालित मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया गया है। मिनी गन फैक्ट्री एकदम से एकांत स्थल पर झोंपड़ीनुमा मकान में संचालित किया जा रहा था। यही से नक्सलियों को हथियार सप्लाई किया जाता था।
गया की एसएसपी गरिमा मल्लिक ने बताया कि मिनी गन फैक्ट्री की गुप्त सूचना के बाद सीआरपीएफ, कोबरा, एसटीएफ, जिला पुलिस को मिलाकर विशेष टीम का गठन किया गया। सुरक्षाबलों की विशेष टीम ने मंझियावां में छापामारी की। इस दौरान मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा करते हुए व्यापक पैमाने पर असलहे व हथियार निर्माण के उपकरण बरामद किए गए। संचालक समेत तीन को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस पकड़ में आए लोगों से मिले सुराग के आधार पर कई स्थानों पर छापामारी की जा रही है।
पांच हथियार बरामद, पचास और बनाने की थी तैयारी
एसएसपी ने बताया कि, मौके पर से काफी संख्या में असलहे बरामद किए गए हैं। बरामद असलहों में एक देशी सिक्सर, दो देशी कट्टा, दो देशी कारबाइन (अर्द्धनिर्मित), तीन कारतूस, दो खोखा की बरामदगी की गई है। वहीं नक्सलियों का हथियार सप्लायर बृजनंदन विश्वकर्मा पचास और हथियार बनाने की तैयारी में था। पुलिस ने मौके से हथियार बनाने के उपकरण, नेहाय, हथौड़ा, ट्रिगर, ट्रिगर गार्ड, स्प्रिंग, ड्रिल मशीन, इंजेक्टर, फायरिंग पीन, पिलास एवं पाइप की बरामदगी की गई है। इसके अलावा दो बाइक को बरामद किया गया। एक बाइक बिना नंबर की और दूसरी बाइक हिरो होंडा स्पलेंडर प्लस का नंबर यूपी-65 क्यू 7549 बताया जाता है।
गिरफ्त में आए पिता और दो पुत्रों से पूछताछ
सुरक्षाबलों के छापे के दौरान पुलिस की गिरफ्त में आए संचालक बृजनंदन विश्वकर्मा और इसके दो पुत्रों से विद्यानंद विश्वकर्मा, विक्रम विश्वकर्मा से पुलिस पूछताछ कर रही है। मिले सुरागों के आधार पर परैया के अलावा अन्य इलाकों में पुलिस छापेमारी कर रही है। गिरफ्त में आए लोगों के द्वारा अपराधियों को भी हथियार सप्लाई किए जाने की बात सामने आई है। छापामारी टीम में टिकारी डीएसपी मनीष कुमार एवं अन्य शामिल थे।
Source: Bhaskar.com