पटना: हेडली के इशरत जहां पर खुलासे के बाद भाजपा नेताओं ने जदयू पर निशाना साधा है।केंद्रीय राज्य मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्विट किया कि नीतीश को देश से माफी मांगनी चाहिए। उनके पार्टी के सांसद अली अनवर ने इशरत को बिहार की बेटी बताया था।
भाजपा नेताओं ने खुलासे के बाद क्या कहा
– बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि कुछ लोगों ने इशरत को बेटी बताया था। अब उन्हें जवाब देना चाहिए।
– पार्टी प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा कि “2013 में भी हेडली ने यही कहा था। सबको सच्चाई पता थी, लेकिन तब उसको दबा दिया गया था।”
– गुजरात सरकार की सलाहकार हेमंतिका वाही ने कहा, “हेडली की गवाही से हमारे दावे की पुष्टि हो जाती है कि इशरत लश्कर की आतंकी थी।”
कौन-थी इशरत, क्या था एनकाउंटर केस
– इशरत मुंबई के मुंब्रा की रहने वाली थी और कॉलेज स्टूडेंट थी। 19 साल की इशरत मिडल क्लास फैमिली से थी।
– 15 जून, 2004 को अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने एनकाउंटर किया था। इसमें इशरत और उसके तीन साथियों की मौत हो गई थी।
– गुजरात पुलिस का दावा था कि इशरत और उसके तीनों साथी गुजरात के तब के सीएम और अब पीएम नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने अहमदाबाद आए थे।
– गुजरात हाईकोर्ट के ऑर्डर पर बनाई गई एसआईटी ने एनकाउंटर को फर्जी करार दिया था। अमित शाह तब गुजरात के होम मिनिस्टर थे।
– कोर्ट के ऑर्डर पर सीबीआई ने इस एनकाउंटर की जांच शुरू की। कई सीनियर पुलिस अफसर जांच के घेरे में आए। बाद में गिरफ्तार किए गए।
– सीबीआई ने एक आरोपी को सरकारी गवाह भी बनाया था।
बिहार से था इशरत जहां का कनेक्शन
– इशरत जहां के दादा पटना से सटे खगौल में रहते थे तो नाना आलमगंज थाना में।
– इशरत के मामा मुजीबुर रहमान पटना एआईटी में काम करते हैं।
– इशरत ने मुंगेर में बचपन बिताया था। वह क्लास दो तक मुंगेर के जमालपुर में संत राबर्ट स्कूल में पढ़ी थी।
– आतंकी तार से जुड़े होने के आरोप जब लगे तो जान-पहचान के लोगों ने इस परिवार से मुंह मोड़ लिया था।
– लोग समझते थे कि कौन इस लफड़े में पड़े। इस दौरान उसके मामा मुजीबुर रहमान इशरत के परिवार के साथ मजबूती से खड़े रहे।
इशरत के पिता ने पटना में किया था बैग का कारोबार
– इशरत के पिता शमीम रजा ने पटना में बैग का कारोबार किया था। धंधा नहीं चला तो मुंबई चले गए।
– शमीम रजा के पिता यानी इशरत के दादा वली मोहम्मद उर्फ नन्हू मियां खगौल में रहते थे।
– उनका छोटा सा कारोबार था। वह यहां किराए के मकान में रहे।
– इशरत के नाना अब्दुल मजीद जमालपुर रेलवे कारखाने में कर्मचारी थे।
– इशरत की दो बहनें पटना में अपने मामा के पास रहकर पढ़ाई कर रही हैं।
Source: Bhaskar.com