बिहार के मुंगेर सीजेएम कोर्ट में मंगलवार को जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार सहित अन्य सात लोगों के खिलाफ कथित देशद्रोह को लेकर मुकदमा दर्ज कराया गया। यह मुकदमा अधिवक्ता रविशंकर राय ने दर्ज कराई है।
जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया है उनमें जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. मोहम्मद अली जावेद, मोहम्मद उमर खालीद, जेएनयू की छात्रा रुबीना, रेहाना, भाप्ताचार्या, डी राजा की बेटी अपराजिता, जेएनयू के प्रशासनिक अधिकारी जगदीश सिंह आदि शामिल हैं।
अधिवक्ताओं ने सभी लोगों पर देशद्रोह के तहत कार्रवाई की बात कही है। सभी नामजद किए गए अधिकारी व छात्रों पर भारतीय दंड विधान की धारा 121, 121ए,153 ए, बी, 120बी सहित अन्य धारा के तहत कार्रवाई के लिए नालसी दर्ज कराई गई है।
जेएनयू की घटना काला धब्बा
मुगलसराय। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश ने जेएनयू कांड को काला धब्बा बताया। कहा कि देश के इतिहास में ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिलता है जिसमें किसी विश्वविद्यालय के छात्रों ने आतंकियों के समर्थन और देश को तोड़ने की बात कही हो। कथित रूप से पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने वालों को देश छोड़ देना चाहिए। कहा कि भारत जिंदाबाद है और हमेशा रहेगा।
अलगाववादी नेता गिलानी के समर्थन में उतरे
श्रीनगर। कश्मीरी अलगाववादी मंगलवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्राध्यापक एसएआर गिलानी के समर्थन में उतर आए। गिलानी को भारत विरोधी कथित बयानों को लेकर गिरफ्तार किया गया है। कट्टरपंथी हुर्रियत कांफ्रेंस प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी ने जेएनयू छात्र संघ नेता कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी का भी विरोध किया।
उन्होंने गिलानी और कन्हैया को फौरन रिहा करने की मांग की। नरमपंथी हुर्रियत कांफ्रेंस अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने कहा कि गिलानी की गिरफ्तारी लोकतांत्रिक सिद्धांतों के खिलाफ है। जेएकेएलएफ नेता यासिन मलिक ने कहा कि गिलानी की गिरफ्तारी लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही का एक स्पष्ट उदाहरण है।
वहीं विवादास्पद निर्दलीय विधायक शेख अबुल राशिद ने भी विवाद में कूदते हुए कहा कि वह अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ आवाज उठाने वाले जेएनयू के छात्रों को शुक्रिया अदा करते हैं और उन्हें सलाम करते हैं। राशिद ने कहा कि यदि जेएनयू के छात्र राष्ट्र विरोधी हैं तो भाजपा पीडीपी के साथ क्यों गडजोड़ करने की कोशिश कर रही है जिसके विधायकों ने अफजल गुरु पर मेरे रुख का समर्थन किया था।
Source: Livehindustan