पटना. नीतीश कुमार के एडवाइजर प्रशांत किशोर की कथित दखलंदाजी से नाराज एक आईएएस अफसर ने वीआरएस मांगा है। सूत्रों के मुताबिक, 1983 बैच के आईएएस सुधीर कुमार राकेश के अलावा कुछ और आईएएस अफसर ऐेसे हैं जो एडमिनिस्ट्रेशन में प्रशांत किशोर के बढ़ते दखल से नाराज हैं।
31 अगस्त तक मांगा है वीआरएस
– सुधीर राकेश फिलहाल सिविल एडिमिनिस्ट्रेशन और रूरल डेवलपमेंट मिशन के डायरेक्टर हैं। पंचायती राज विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी का भी इनके पास एडिशनल चार्ज है।
– 23 फरवरी को लिखी एप्लीकेशन में सुधीर ने 31 अगस्त तक वीआरएस दिए जाने की मांग की है।
प्रशांत किशोर और अतीश चंद्रा से नाराज हैं सुधीर
– वीआरएस मांगने वाले सुधीर प्रशांत और अतीश चंद्रा को ज्यादा तवज्जो और उनकी दखलंदाजी से नाराज बताए जाते हैं।
– खास बात यह है कि अतीश चंद्रा तो सुधीर से जूनियर हैं।
– बता दें कि बिहार डेवलपमेंट मिशन प्रोग्राम को प्रशांत किशोर ही देख रहे हैं।
– इस सेक्शन के सभी अफसर प्रशांत को ही रिपोर्ट करते हैं।
– सूत्रों के मुताबिक खुद सीएम नीतीश चाहते हैं कि इस मिशन की मॉनिटरिंग प्रशांत करें।
कौन हैं प्रशांत किशोर?
– 37 साल के प्रशांत किशोर यूनाइटेड नेशन्स के हेल्थ वर्कर रहे हैं। 2011 में वे भारत लौटे और पॉलिटिकल पार्टियों के इलेक्शन कैम्पेन संभालने लगे और स्ट्रैटजी बनाने लगे।
– बताया जाता है कि वे बिहार बॉर्डर से सटे यूपी के बलिया जिले के रहने वाले हैं।
– उन्होंने बीजेपी और नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर गुजरात में कैम्पेन शुरू किया।
– 2012 में उन्होंने गुजरात असेंबली इलेक्शन में नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए कैम्पेन की कमान अपने हाथों में ली। उस दौर में प्रशांत मोदी के साथ गुजरात के सीएम हाउस में रहते थे।
– 2014 के लोकसभा इलेक्शन में प्रशांत मोदी के मुख्य रणनीतिकारों में से एक थे।
– पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में प्रशांत ने ही नीतीश और जेडीयू का कैम्पेन संभाला था।
– बाद में बिहार सरकार ने प्रशांत किशोर को सीएम का एडवाइजर अप्वाइंट किया है। उन्हें कैबिनेट मिनिस्टर का दर्जा मिला है।
Source: Bhaskar.com