देश के अन्य 10 राज्यों की तर्ज पर बिहार में लोगों को 100 रुपए में लाईट इमिटिंग डॉयड (एलईडी) बल्ब मिलेगा। बिहार सरकार और केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय की एजेंसी इनर्जी इफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) के बीच इस बाबत मंगलवार को करार होगा।
योजना की शुरुआत पटना व दरभंगा जिले से होगी। मई 2016 तक राज्य के सभी शहरों में यह योजना शुरू हो जाएगी। ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव की मौजूदगी में होने वाले करार के बाद मार्च 2017 तक बिहार के अधिकतम लोगों को एलईडी बल्ब देने की योजना पर काम शुरू हो जाएगा।
डॉमेस्टिक इफिशिएंट लाईटिंग प्रोग्राम (डीईएलपी) योजना के तहत बिहार में बिजली बिल के आधार पर तीन बल्ब के लिए लोगों को मात्र 10 रुपए देने होंगे। बाकी 290 रुपए दस किस्तों में बिजली बिल में वसूले जाएंगे। इससे अधिक बल्ब लेने वाले नकद भुगतान कर पहचान पत्र के आधार पर कुल 10 बल्ब ले सकते हैं। नौ वाट के बल्ब की कीमत बाजार में 300 रुपए तक है, तो इस योजना में मात्र 100 रुपए में ही लोगों को यह मिलेंगे।
ईईएसएल की राष्ट्रीय कार्यक्रम प्रबंधक नीलिमा जैन व एजीएम प्रकाश झा ने कहा कि महिला दिवस यानी आठ मार्च को बिहार से इस योजना की विधिवत शुरुआत होगी। बल्ब लेने वालों को तीन साल की गारंटी मिलेगी। बल्ब खराब होने की फीसदी मात्र 0.1 प्रतिशत है। बावजूद इसके अगर तीन साल के भीतर बल्ब खराब हो जाएं तो वापसी केंद्र से बदला जा सकेगा।
मई के बाद गांवों में : राज्य के ग्रामीण इलाकों में मई के बाद यह सेवा शुरू हो जाएगी। मार्च 2017 तक बिहार के संभावित 70 लाख उपभोक्ताओं में हरेक को एलईडी बल्ब देने की योजना है। फरवरी 2014 में इस योजना की शुरुआत पुडुचेरी से हुई थी। ईईएसएल हर रोज औसतन छह लाख बल्ब बांट रही है। 10 राज्यों में सात करोड़ एलईडी बल्ब दिया जा चुका है।
यह लाभ होगा : अगर मौजूदा 57 लाख उपभोक्ताओं को तीन-तीन एलईडी बल्ब दे दिया जाए तो 1859 मिलियन यूनिट बिजली की बचत होगी। यानी राज्य में 1273 मेगावाट बिजली की खपत कम हो जाएगी। इससे सरकार को 744 करोड़ कम खर्च करने होंगे।
Source: Livehindustan.com