तरियानी स्थित ग्रामीण बैंक की वृंदावन मुसहरी शाखा के मैनेजर कृष्ण कुमार का अपहरण 50 लाख रुपये फिरौती वसूलने के लिए किया गया था। अपहर्ताओं के चंगुल से मुक्त ब्रांच मैनेजर ने पुलिस के सामने इसका खुलासा किया। फिरौती की रकम के लिए उनके परिवार पर लगातार दबाव बनाया जा रहा था।
एसपी स्वप्ना जी मेश्राम ने रविवार को पत्रकारों को बताया कि अपहरण कांड का मास्टरमाइंड तरियानी थाने के सरबरपुर निवासी अजय सिंह हैं। उसी के गिरोह के मैनेजर को उठाया था। अपहरण कांड में इस्तेमाल की गई और मैनेजर की बाइक भी पुलिस ने बरामद कर ली है।
एसपी ने बताया कि अपहरण में शामिल दो अपराधियों सरबरपुर के मुकेश कुमार सिंह और शिवहर थाने के सुगिया कटसरी निवासी नीतेश कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। नीतेश और उसके पिता अवधेश सिंह इस कांड में संलिप्त थे। अवधेश सिंह के घर से ही बैंक मैनेजर की बाइक बरामद की गई है। बाइक के कई हिस्सों में बांट जमीन के अंदर दबा दिया गया था।
लगातार ठिकाना बदल रहे थे अपराधी:
पुलिस के अनुसार अपराधियों ने मैनेजर को सात दिन अलग-अलग जगहों पर रखा था। मैनेजर ने भी स्थान बताने में असमर्थता व्यक्त की। लेकिन बताया कि दिन और रात खुले जगह पर रखा जा रहा था। कभी बगीचा में तो कभी मक्के की खेत में रखा जा रहा था। घटना में प्रयुक्त बोलेरो का पता भी पुलिस ने लगा ली है। वह भी तरियानी थाने के सरबरपुर की ही बताई जा रही है।
क्या है मामला:
तरियानी थानाक्षेत्र में उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक की वृंदावन शाखा के ब्रांच मैनेजर कृष्ण कुमार 19 मार्च को काम समाप्त होने के बाद घर जाने के लिए निकले थे। वे गोपालगंज जिले के झझवा गांव के निवासी हैं। इसी दौरान पूर्वी चंपारण के सिंगराहा चिमनी के पास से उनका अपहरण कर लिया गया था।
Source: LiveHindustan