पटना-खुसरुपुर: खुसरुपुर में गुंडागर्दी व रंगदारी से त्रस्त ग्रामीणों का आक्रोश पुलिस पर उतरा। 1000 से अधिक लोगों ने सड़क पर उतर कर गुस्से का इजहार किया। पुलिस की पैट्रोलिंग जीप को भी नहीं बख्शा। पूरा बाजार बंद कराने के बाद थाने का घेराव कर नारेबाजी की।
ग्रामीणों का था ये आरोप
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस की साठगांठ से ही आपराधिक तत्व मनमानी कर रहे हैं। संतोष यादव की गिरफ्तारी व थानाध्यक्ष को बदलने की मांग पर करीब चार घंटे तक लोग प्रदर्शन करते रहे। स्थानीय पुलिस के हाथ से स्थिति बाहर आता देख तत्काल मौके पर डीएसपी अनोज कुमार व अन्य थानों की पुलिस पहुंची। ग्रामीण एसएसपी को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे। लेकिन डीएसपी ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि 24 घंटे के अंदर संतोष को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जिसके बाद शांत होकर ग्रामीण लौटे।
गुस्साए ग्रामीणों के सामने बैकफुट पर दिखी पुलिस
ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि अपराधियों से साठगांठ कर गोरखधंधा चलाया जा रहा है। नतीजतन अपराधी खुलेआम मनमानी करते हैं। अपराधियों में पुलिस का खौफ नहीं है। इस वजह से किसी पर भी अपराधी जानलेवा हमला कर देते हैं। थाने की पुलिस ग्रामीणों के सामने पूरी तरह बेबस दिखी। ग्रामीण बेहद नाराज थे और पुलिस के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग करने लगे। मौके पर ही पुलिसवालों को खरी-खोटी सुनाई।
संतोष को भगाने का आरोप लगा घर में तोड़फोड़
सोमवार को बांस दुकानदार के साथ मारपीट रंगदारी और गोलीबारी के विरोध में ग्रामीणों के गुस्सा दूसरे दिन जारी रहा। मंगलवार की सुबह एक हजार से अधिक ग्रामीण गोलबंद होकर चकहुसैन मोहल्ले में सुरेंद्र ठेठरा के घर पहुंचे। सुरेंद्र पर संतोष को भगाने का आरोप लगाकर उसके घर में तोड़फोड़ की गई। हालात बेकाबू होता देख फतुहा से अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया। फतुहा इंस्पेक्टर सिद्धेश्वर रजक, दनियावां के थाना प्रभारी अमरीक दास, सालिमपुर थाना प्रभारी अजय कुमार ने स्थिति को संभाला।
क्या था मामला
खुसरूपुर के चक हुसैन मोहल्ले में संतोष यादव नामक बदमाश के घर पर सोमवार को ग्रामीणों ने सामूहिक हमला कर दिया था। जवाब में बदमाश के घर से 12 राउंड फायरिंग की गई थी। गुस्साई भीड़ ने संतोष के घर को घेरकर रोड़ेबाजी की फिर उसकी दो बाइक क्षतिग्रस्त कर कुएं में फेंक दी थी। संतोष के दो साले मिक्की-पिक्की की पिटाई के बाद दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया था। ग्रामीणों की नाराजगी का कारण सुबह साढ़े दस बजे की एक वारदात थी।
जिसमें प्रखंड कार्यालय से आगे ढेलवा गोसाईं के पास बांस विक्रेता मुकेश कुमार द्वारा बकाया रुपए मांगने पर संतोष यादव ने अपने साथियों के साथ मिलकर मुकेश की पिटाई कर दी थी। घायल मुकेश को स्थानीय पीएचसी में लाया गया, जहां उसकी गंभीर हालत देखते हुए उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया। संतोष की इस हरकत से ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया था।
Source: Dainik Bhaskar