कानपुर. डॉ. हिना जहीर नकवी जाकीरा यूपी की पहली महिला काजी बनी हैं। वह पेशे से एसोसिएट प्रोफेसर हैं और काजी का कोर्स किया है। उनके साथ मारिया फजल को भी जिम्मेदारी मिली है। इसके साथ ही देश की आजादी के बाद महिला काजी के रुप मे राजस्थान के बाद यूपी दूसरा राज्य बन गया है।
जेहाद के रूप में है पोस्ट
डॉ. हिना ने बताया कि सुन्नी समुदाय में मुस्लिम महिला काजी की जरूरत बढ़ती जा रही थी। ऐसे में बोर्ड ने उन्हें जिम्मेदारी सौंपी है। वह कहती हैं कि उनके लिए यह पोस्ट एक जेहाद के रूप में है। इस्लाम मे जेहाद का मतलब तलवार चलाना नहीं, बल्कि अपने वजूद की लड़ाई लड़ना है। जेहाद का मतलब STRUGGLE FOR EXISTANCE है।
क्या कहती हैं डॉ. हिना
– महिलाओं की स्थिति देखकर लगता है कि इस्लाम में उन्हें अभी तक पुरुषों के बराबर दर्जा नहीं दिया गया है।
– महिलाओं को पुरुषों के बराबर दर्जा दिए जाने का जिक्र कुरान में भी है।
– मुस्लिम लड़कियों के मदरसे जरूर हैं, लेकिन बोर्ड में एक भी मुस्लिम महिला नहीं है।
– समाज जानता है कि औरतों के कुछ मसले मर्द नहीं समझ सकते।
क्या है प्राथमिकता
उनकी प्राथमिकता मुस्लिम समुदाय की महिलाओं को शिक्षा का महत्व बताना है। वह कहती हैं कि जिनके यहां बच्चे ज्यादा हैं उनका मकसद तालीम से ज्यादा हेल्पिंग हैंड से है। मुस्लिम वर्ग के बच्चों का रुझान आज भी चाइल्ड लेबर की तरफ है। वह इस पर काम करना चाहती हैं।
Source: Bhaskar.com