पूर्णिया. मकर संक्रांति की धमक से शहर के बाजारों का कोना-कोना तिल की सोंधी खुशबू से सुगंधित हो गया है। शहर में हर साल इस महीने तिलकुट का कारोबार करीब 50 लाख तक पहुंच जाता है। 15 को मकर संक्रांति है। इसे लेकर यहां के बाजार तिलकुट से सज गए हैं।
50 लाख से ऊपर का कारोबार
संक्रांति के करीब सप्ताह भर पहले से ही तिलकुट का बिजनेस शुरू हो जाता है। गया, बनारस एवं कलकत्ता के कारीगरों यहां आकर तिलकुट बनाते हैं। कारीगरों को बाहर से बुलाकर तिलकुट बनवाने वाले दुकानदारों का कहना है कि एक सीजन में लाखों का कारोबार हो जाता है।
गया के कारीगरों ने जमा रखा है डेरा
गया का तिलकुट पूरे बिहार सहित पड़ोसी राज्यों में भी काफी प्रसिद्ध है। इस कारण शहर के दुकानदारों की ओर से गया के कारीगरों को बुलाकर उनसे तिलकुट बनवाया जा रहा है। दुकानदार योगेंद्र प्रसाद ने बताया कि यहां के कारीगर तिलकुट में स्वाद और सुंदरता नहीं दे पाते। गया के कारीगरों ने तिल, गुड़, खोआ व चीनी से तमाम तरह की तिलकुट ग्राहकों के लिए परोस दी है।
यहां सजी हैं दुकानें
शहर के बस स्टैंड, आरएन साह चौक, भट्ठा बाजार, लाइन बाजार, रजनी चौक, मधुबनी, खुश्कीबाग एवं गुलाबबाग के अलावा तमाम बाजारों में तिलकुट की दुकानें सजी हैं। बाजार में तरह-तरह के तिलकुट लोगों को सहज ही अपनी ओर खींच रहे हैं।
Source:bhaskar.com